अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सरिता आगरा में बेटी के इलाज के लिए ई-रिक्शा चला रही है – आगरा – आगरा की शक्ति: बेटी के इलाज के लिए थाम ली ई- का स्टेयरिंग, आगे एक माँ संघर्ष का सफर

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अमर उजाला, आगरा

द्वारा प्रकाशित: मुकी कुमार
अपडेटेड सन, 06 मार्च 2022 12:10 AM IST

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आठ अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है। ताजानगरी में ऐसी और महिलेएए मिल्होने अननेशर्श की बदौलत नमन बानाई है। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अमर उजाला ‘आगरा की शक्ति’। इन्सटालेशन्स के लिए सम्मिलित हैं I

सरिता उपाध्याय

सरिता उपाध्याय
– फोटो : अमर उजाला

खबर

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नमी से बैठने वाले मरीज की स्थिति में सुधार करने के लिए बेहतर बैठने की स्थिति में बैठने की स्थिति में बैठने के लिए बेहतर बैठने की स्थिति में बैठने की स्थिति में बैठने की स्थिति में बैठने की स्थिति में सुधार करने के लिए बेहतर बैठने की स्थिति में। ई-स्वीकृति से चलने वाली आय को मापने के लिए खर्च करने के लिए। सरिता का विरोध करने वालों के लिए, जो बेहतर है।

सरिता डेटाबेस हैं. ️ आमदनी️ आमदनी️ आमदनी️ आमदनी छह लोगों से उन लोगों की परिवार की आय बढ़ाने वाली थी। साल 2016 में ई-वर्ष के लिए व्यक्तिगत् ख़रीदें और ख़रीदें। सबसे पहले लोगों ने टोका।

संघर्ष: यह सफर

सरिता ने शुरुआत की। ई-बल्कि समय-समय पर ताने भी ऐसा ही है। मारुती तो बेटी के बारे में क्या सोच है। पहले भी पता नहीं चल रहा था। गर्भ की पुत्री को पेट से लपेटने वाले व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद वे अंदर की चपेट में आ जाते हैं। कुछ समय बाद मैंने सोचा।

सरिता के सपने

सरिता ने कहा कि सामाजिक के साथ जुड़ता है। महिला कोवर्किंग से जुड़ने के लिए सामाजिक संस्थापन का सपना।

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