7 अक्टूबर को उत्तर भारत में भारी बारिश का अलर्ट: दिल्ली, यूपी, बिहार में जलभराव और रेड अलर्ट

7 अक्टूबर 2025 को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने उत्तर भारत के कई हिस्सों के लिए भारी बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं की चेतावनी जारी की है। ये मौसमी घटना पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो रही है, जो मानसून की विदाई के बाद भी देश के उत्तरी हिस्से में बारिश का दौर जारी रख रहा है। दिल्ली-एनसीआर में 24 घंटों से लगातार बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव हुआ है, जबकि बिहार के मधुबनी, दरभंगा और वैशाली जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। यह सब तब हो रहा है जब चक्रवाती तूफान 'शक्ति' बंगाल की खाड़ी से उत्तर की ओर बढ़ रहा है — जिसका असर पूर्वी भारत से लेकर पंजाब तक दिखाई दे रहा है।

6 अक्टूबर: बारिश का शिखर, तापमान में अचानक उतार-चढ़ाव

6 अक्टूबर 2025 को उत्तर भारत में बारिश की तीव्रता सबसे ज्यादा रही। पंजाब के मोहाली, अमृतसर, लुधियाना और अन्य आठ जिलों में तेज बारिश हुई। हरियाणा के पंचकूला, हिसार और रोहतक में भी बारिश दर्ज की गई। इसी दिन बिहार के वाल्मीकि नगर में 33.0 डिग्री सेल्सियस का सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया — जो राज्य के उत्तर पूर्वी हिस्से में 1-3 डिग्री की वृद्धि का संकेत देता है। लेकिन ये गर्मी अस्थायी थी।

दिल्ली और यूपी: बादल छाए, तापमान गिरने लगा

दिल्ली-एनसीआर में 6 और 7 अक्टूबर को बादल छाए रहे। कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हुई, जिसके साथ 30-40 किमी/घंटा की तेज हवाएं चलीं। अब तक का न्यूनतम तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस तक गिर चुका है। उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्से — जैसे लखनऊ, गाजियाबाद और मेरठ — में बारिश अधिक रही, जबकि पूर्वी यूपी के जिलों में यह अपेक्षाकृत कम रही। IMD के मुताबिक, 8 अक्टूबर से पश्चिमी यूपी में बारिश थमने लगेगी, और 9 अक्टूबर तक पूर्वी यूपी भी साफ हो जाएगा।

बिहार में रेड अलर्ट: बिजली गिरने और ठनके का खतरा

बिहार के तीन जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है — यहां बारिश के दौरान 30-40 किमी/घंटा की हवाएं चल सकती हैं, और ठनके गिरने की आशंका है। पूर्वोत्तर बिहार और आसपास के क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ बारिश हो रही है। पिछले 24 घंटों में राज्य के उत्तर मध्य, उत्तर पूर्व और दक्षिण पश्चिम में हल्की बारिश दर्ज की गई, लेकिन शेष भाग शुष्क रहा। 7 अक्टूबर को वाल्मीकि नगर में 23.0 डिग्री सेल्सियस का सबसे कम न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया — जो अचानक ठंड के आगमन का संकेत है।

हिमालय की ओर बर्फबारी, मैदानी इलाकों में शीतलहर

हिमालय की ओर बर्फबारी, मैदानी इलाकों में शीतलहर

6 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में पहली बर्फबारी हुई। यह घटना मैदानी इलाकों के लिए असामान्य रूप से ठंडी हवाओं का कारण बन रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि 8 अक्टूबर के बाद दिल्ली, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में न्यूनतम तापमान 4-5 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। यह अचानक ठंड और नमी का संयोजन कई लोगों के लिए बीमारी का कारण बन सकता है।

किसानों के लिए चेतावनी: चक्रवात 'शक्ति' का असर

किसानों को विशेष रूप से चेतावनी दी गई है। चक्रवाती तूफान 'शक्ति' बंगाल की खाड़ी से उत्तर की ओर बढ़ रहा है, और इसका असर पूर्वी भारत से लेकर पंजाब तक दिखाई दे रहा है। खड़ी फसलों — खासकर गेहूं, चना और सरसों — के खेतों में अतिरिक्त पानी की निकासी जरूरी है। अगर यह बारिश और तूफान जारी रहा, तो फसलों को भारी नुकसान हो सकता है। IMD ने किसानों को अपने खेतों में जल निकासी के लिए नहरें खोदने और नीचे के इलाकों में जमा पानी को तुरंत निकालने की सलाह दी है।

अगले दिन क्या होगा?

अगले दिन क्या होगा?

8 अक्टूबर 2025 से उत्तर भारत का मौसम धीरे-धीरे साफ होने लगेगा। लेकिन तापमान में गिरावट जारी रहेगी। दिल्ली में 9 अक्टूबर को न्यूनतम तापमान 16-17 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है — जो अक्टूबर में बहुत कम है। पंजाब और हरियाणा में ओले गिरने की संभावना अभी भी बनी हुई है। बिहार और उत्तर प्रदेश में अगले 48 घंटों में बारिश बंद हो जाएगी, लेकिन नमी बनी रहेगी। इसके बाद दिल्ली में ठंडी हवाओं का दौर शुरू हो सकता है।

क्या यह असामान्य है?

नहीं। यह अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में उत्तर भारत में होने वाली एक आम घटना है। 2023 में भी ऐसा ही हुआ था, जब एक पश्चिमी विक्षोभ ने दिल्ली में 18 अक्टूबर को बारिश की शुरुआत की थी। लेकिन इस बार तापमान में गिरावट और चक्रवात 'शक्ति' के साथ जुड़ने से यह अधिक प्रभावशाली है। वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण अक्टूबर में बारिश की घटनाएं अधिक अक्सर हो रही हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

दिल्ली में बारिश के कारण ट्रैफिक प्रभावित होगा?

हां, 6 और 7 अक्टूबर को दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में जलभराव के कारण ट्रैफिक बहुत धीमा रहा। बरेली रोड, दिल्ली-मुंबई हाईवे और बाहरी वलय रोड पर जाम लगा। अगले 48 घंटों में भी नमी बनी रहने से सड़कें फिसलने वाली हो सकती हैं। अधिकारियों ने ड्राइवर्स को धीमी गति से चलाने और वाहनों के टायरों की जांच करने की सलाह दी है।

बिहार में रेड अलर्ट का मतलब क्या है?

रेड अलर्ट का मतलब है कि भारी बारिश, तेज हवाएं और ठनके गिरने की उच्च संभावना है। मधुबनी, दरभंगा और वैशाली में लोगों को घरों में रहने और बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है। स्थानीय प्रशासन ने आपातकालीन टीमें तैनात की हैं और बिजली के स्तंभों की जांच की जा रही है।

क्या चक्रवात 'शक्ति' दिल्ली तक आएगा?

नहीं, 'शक्ति' समुद्री चक्रवात है और यह दिल्ली तक नहीं पहुंचेगा। लेकिन इसकी गतिविधि ने उत्तरी हवाओं को तेज कर दिया है, जिससे उत्तर भारत में बारिश का दौर लंबा हो गया है। यह एक अप्रत्यक्ष असर है — जैसे किसी ने बाल्टी में पानी हिलाया हो और उसकी लहरें दूर तक जा रही हों।

किसानों को क्या करना चाहिए?

किसानों को अपने खेतों में जल निकासी के लिए नहरें खोदनी चाहिए और जमा पानी को तुरंत निकालना चाहिए। गेहूं और चना की फसलें पानी में डूबने से फंगल बीमारियों का शिकार हो सकती हैं। IMD ने एक मोबाइल ऐप जारी किया है जिसमें स्थानीय बारिश की भविष्यवाणी और फसल सुरक्षा के टिप्स उपलब्ध हैं।

7 अक्टूबर को दिल्ली में बारिश रुक जाएगी?

हां, 7 अक्टूबर की शाम से बारिश कम होने लगी है, और 8 अक्टूबर से आसमान साफ होने की संभावना है। लेकिन नमी बनी रहेगी, और तापमान अचानक गिर सकता है। इसलिए लोगों को गर्म कपड़े पहनने और बाहर निकलते समय बरसात की तैयारी जरूर करनी चाहिए।

हिमालय में बर्फबारी का असर दिल्ली पर कैसे पड़ेगा?

हिमालय में बर्फबारी से उत्तरी हवाएं ठंडी हो जाती हैं और वे मैदानी इलाकों में शीतलहर के रूप में उतरती हैं। इसलिए 8 से 10 अक्टूबर के बीच दिल्ली, लखनऊ और अमृतसर में न्यूनतम तापमान 15-17 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। यह अक्टूबर में बहुत ठंडा है — बुखार और खांसी के मामले बढ़ सकते हैं।