जनवरी 5, 2025 को शुरू होने वाली न्यूजीलैंड और श्रीलंका के बीच तीन मैचों की ओडीआई सीरीज के लिए न्यूजीलैंड क्रिकेट ने अपना 13 सदस्यीय स्क्वाड घोषित किया — और इसके साथ ही एक ऐतिहासिक फैसला: मिचेल सैंटनर को पहली बार निरंतर व्हाइट-बॉल कप्तान नियुक्त किया गया। यह केवल एक सीरीज का फैसला नहीं, बल्कि न्यूजीलैंड क्रिकेट के लिए एक नए युग की शुरुआत है। केन विलियमसन और डेवन कॉनवे के दक्षिण अफ्रीकी SA20 लीग के कारण अनुपलब्ध होने के बाद, सैंटनर को टीम की जिम्मेदारी सौंपी गई — और उन्होंने इसे एक अवसर की तरह नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी के रूप में उठाया।
न्यूजीलैंड का स्क्वाड: अनुभव और नवाचार का मिश्रण
न्यूजीलैंड का स्क्वाड एक अजीब तरह से संतुलित था। नए चेहरे — जैसे विल यंग और मार्क चैपमैन — और वरिष्ठ खिलाड़ियों — टॉम लैथम और विल ओ'रूर्क — का मिश्रण। ओ'रूर्क को T20I सीरीज के लिए आराम दिया गया था, लेकिन ओडीआई के लिए वापस बुलाया गया। इसका मतलब था: न्यूजीलैंड खिलाड़ियों के भार को ध्यान में रख रहा था, लेकिन ओडीआई में अपनी गहराई बनाए रखना चाहता था।
स्क्वाड में तीन बल्लेबाज, चार ऑलराउंडर, दो विकेटकीपर और चार गेंदबाज शामिल थे। रचिन रविंद्रा और ग्लेन फिलिप्स जैसे खिलाड़ियों को बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में बहुमुखीता के लिए चुना गया। यह एक ऐसा स्क्वाड था जिसमें अनुभव और ऊर्जा का संगम था।
श्रीलंका का आश्चर्य: हासरंगा की वापसी और मलिंगा का डेब्यू
श्रीलंका क्रिकेट ने 17 सदस्यीय स्क्वाड घोषित किया — और इसमें दो बड़े बदलाव थे। पहला: वानिंदु हासरंगा की वापसी। हामिस्ट्रिंग की चोट के बाद वह लंबे समय तक बाहर थे। लेकिन अब वह वापस आ गए — 58 ओडीआई मैचों में 93 विकेट और एक अद्भुत 7/19 के साथ। उनकी वापसी ने श्रीलंका की बल्लेबाजी के बाद के ओवरों को बदल दिया।
दूसरा आश्चर्य: एशान मलिंगा का ओडीआई डेब्यू। 19 साल का यह तेज गेंदबाज, जिसके बारे में कहा जाता था कि उसकी गेंद बारिश के बाद की चिपचिपी धरती पर चलती है, उसे पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चुना गया। उसका डेब्यू न्यूजीलैंड के खिलाफ था — और वह वहां नहीं रुका।
पहला ओडीआई: यंग का शानदार शतक और न्यूजीलैंड की आसान जीत
जनवरी 5, 2025 को न्यूजीलैंड के एक मैदान पर पहला ओडीआई खेला गया। श्रीलंका ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। उनका स्कोर 178/9 था — अच्छा, लेकिन न्यूजीलैंड के लिए बहुत कम। अविश्का फर्नेंडो ने 56 रन बनाए, लेकिन हासरंगा ने बल्लेबाजी में बहुत कम योगदान दिया।
जवाब में, विल यंग ने बल्लेबाजी की शुरुआत की — और फिर उन्होंने अपने बल्ले से एक अद्भुत नाबाद 90 रन बनाए। केवल 86 गेंदों में। श्रीलंका के गेंदबाज अक्षम लग रहे थे। न्यूजीलैंड ने 26.2 ओवर में 180/1 पर टारगेट पूरा कर लिया। जीत आसान थी। लेकिन जीत से ज्यादा महत्वपूर्ण था: एशान मलिंगा ने अपना डेब्यू किया। उन्होंने दो ओवर गेंदबाजी की — 22 रन दिए, लेकिन उनकी गति और आत्मविश्वास ने सबको देखा।
सीरीज का अंत: न्यूजीलैंड ने 2-1 से जीत दर्ज की
तीन मैचों की सीरीज में न्यूजीलैंड ने 2-1 से जीत दर्ज की। दूसरा मैच श्रीलंका ने जीता — जहां हासरंगा ने 3 विकेट लिए और चरिथ असलंका ने अपनी बल्लेबाजी से टीम को बचाया। लेकिन तीसरे मैच में मार्क चैपमैन ने 89 रन बनाए — और न्यूजीलैंड ने एक ऐसी जीत दर्ज की जिसने उनकी टीम के भविष्य को निर्धारित कर दिया।
चैपमैन ने सीरीज में 172 रन बनाए — सबसे ज्यादा। सैंटनर ने न केवल कप्तानी की, बल्कि बल्लेबाजी में भी निरंतरता दिखाई। उनकी टीम अब न केवल एक टीम है, बल्कि एक विचार है: जो नेतृत्व के लिए तैयार है।
भविष्य के लिए तैयारी: ICC टूर्नामेंट की ओर
यह सीरीज केवल दो टीमों के बीच एक दोस्ताना मुकाबला नहीं थी। यह 2025 के ICC टूर्नामेंट की तैयारी का हिस्सा थी। न्यूजीलैंड ने अपने नए कप्तान को अपनाया। श्रीलंका ने अपने अनुभवी खिलाड़ियों को वापस लाया — और नए खिलाड़ियों को अवसर दिया।
हासरंगा की वापसी ने श्रीलंका के लिए एक संकेत दिया: वे अभी भी टीम के बीच में एक विश्वसनीय ऑलराउंडर चाहते हैं। मलिंगा का डेब्यू ने बताया: उनके पास भविष्य के लिए तैयार तेज गेंदबाज हैं। और न्यूजीलैंड? वे अब जानते हैं कि विलियमसन के बिना भी वे जीत सकते हैं।
FAQ
मिचेल सैंटनर को क्यों न्यूजीलैंड का कप्तान बनाया गया?
केन विलियमसन और डेवन कॉनवे के SA20 लीग के कारण अनुपलब्ध होने के बाद, न्यूजीलैंड क्रिकेट ने सैंटनर को लगातार व्हाइट-बॉल कप्तान बनाया। उनकी अनुभवी बल्लेबाजी, स्मार्ट गेंदबाजी और शांत प्रकृति ने उन्हें आदर्श चुनाव बना दिया। यह निर्णय उनकी टीम के भविष्य के लिए एक स्थायी नेतृत्व की ओर एक कदम था।
वानिंदु हासरंगा की वापसी श्रीलंका के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
हासरंगा ने 58 ओडीआई मैचों में 93 विकेट लिए हैं और उनका स्ट्राइक रेट 29.3 है — यह विश्व के शीर्ष ऑलराउंडर्स में से एक है। उनकी गेंदबाजी अंतिम 10 ओवरों में टीम को बचाती है, और उनकी बल्लेबाजी दबाव को तोड़ देती है। उनकी वापसी ने श्रीलंका के लिए एक निर्णायक तत्व वापस लाया।
एशान मलिंगा का डेब्यू क्या बताता है?
एशान मलिंगा का डेब्यू श्रीलंका के भविष्य के लिए एक संकेत है। उनकी गेंदबाजी की गति और उनकी आत्मविश्वासी भावना ने दिखाया कि श्रीलंका के पास अब नए तेज गेंदबाज हैं। यह एक नए पीढ़ी की शुरुआत है, जो अब अंतरराष्ट्रीय मैदान पर आ रही है।
न्यूजीलैंड की जीत का अर्थ क्या है?
न्यूजीलैंड की 2-1 से जीत ने दिखाया कि वे विलियमसन के बिना भी एक शक्तिशाली टीम हैं। उनके युवा खिलाड़ियों ने दबाव में अच्छा प्रदर्शन किया, और सैंटनर की कप्तानी ने टीम को एक साथ रखा। यह जीत उन्हें 2025 के ICC टूर्नामेंट के लिए आत्मविश्वास देती है।
क्या श्रीलंका की टीम अब बेहतर है?
हां, लेकिन अभी भी विकास की आवश्यकता है। हासरंगा की वापसी और मलिंगा का डेब्यू श्रीलंका के लिए एक बड़ी बात है। लेकिन उनकी बल्लेबाजी अभी भी अस्थिर है। उन्हें अगले छह महीनों में एक स्थिर बल्लेबाजी क्रम बनाने की आवश्यकता है।
अगली बड़ी परीक्षा क्या होगी?
अगली बड़ी परीक्षा 2025 का ICC ओडीआई विश्व कप होगा। न्यूजीलैंड के लिए यह सैंटनर की कप्तानी का पहला बड़ा टूर्नामेंट होगा। श्रीलंका के लिए, यह हासरंगा और नए खिलाड़ियों के बीच समन्वय की परीक्षा होगी। दोनों टीमें इस टूर्नामेंट के लिए अपनी रणनीति तैयार कर रही हैं।